नई दिल्ली ,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आज से नई दिल्ली में दो दिवसीय ‘आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024′(Anti-Terror Conference 2024) शुरू हो रहा है।
इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार की नीतियों को और सशक्त बनाने के लिए सुरक्षा, कानूनी और फॉरेंसिक विशेषज्ञ इस सम्मेलन में आतंकवाद के खतरों से निपटने के लिए अपनी रणनीतियां साझा करेंगे।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024′(Anti-Terror Conference 2024) के उद्घाटन सत्र में कहा इस बार सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य ‘Whole of the Government Approach’ के तहत विभिन्न एजेंसियों और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय स्थापित करना है।
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024' के उद्घाटन सत्र में कहा, "…आजादी के 75 साल बीत चुके हैं। देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं की सुरक्षा बनाए रखने के लिए अब तक 36,468 पुलिस कर्मियों ने बलिदान दिया है। मैं आज उन सभी को उनके सर्वोच्च बलिदान… pic.twitter.com/AaGC7N1iaA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 7, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024′(Anti-Terror Conference 2024) के उद्घाटन सत्र में कहा कि आजादी के 75 साल में देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं की सुरक्षा बनाए रखने के लिए अब तक 36,468 पुलिस कर्मियों ने बलिदान दिया है। मैं आज उन सभी को उनके सर्वोच्च बलिदान देने के जज्बे के लिए श्रद्धांजलि देना चाहता हूं और देश की ओर से उनके परिवारों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। मोदी जी के देश का प्रधानमंत्री बनने के 10 साल के भीतर भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ ठोस रणनीति अपनाई। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के उनके नारे को आज भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। भारत के अंदर आतंकवाद से लड़ने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम तैयार हुआ है।
The Modi govt is committed to building a terror-free India with its policy of zero tolerance. The two-day Anti-Terror Conference, beginning tomorrow, will further enhance coordination among agencies to strengthen Bharat's security bastion. Looking forward to addressing the…
— Amit Shah (@AmitShah) November 6, 2024
इस सम्मेलन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, आतंकवाद से निपटने से संबंधित एजेंसियों और विभागों के अधिकारी, कानून, फोरेंसिक और टेक्नोलॉजी जैसे संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे।

Author: amarvarta



